गुरुवार, 3 मार्च 2011

कैसे होगा भारत उदय ?


कैसे होगा भारत उदय !
शुरु किया मंगल पांडे ने
अरमानों की बली चढाकर
लक्ष्मी भी मैदान में आयी
अमन चमन का स्वप्न सजाया
पर हाथ कुछ भी न आया
उअनको तो अपनो ने लूटा ।
हो भारत आजाद हमारा
अहम भूमिका बापू सुभाष की
साकार किया शहीदों ने मिलकर
और फल खाया चाचा ने आकर
किन-किन की गुणगान करें हम
इन सबको इतिहास ने देखा
मौका मिले तो क्यों हम छोड़े
क्यों गंगा में हाथा न धो लें
इसने धोया उसने धोया
न जाने किन-किन ने धोया
जिसे मिला उसी ने धोया
स्वतंत्रता सेनानी ने धोया
बचा हुआ अब नेता धो रहे
सरकारी अमला भी धो रहे
फिर भी सपना भारत उदय का !!
संजोये दिल में हैं बैठे
यह व्यर्थ का सपना केवल
सपने में साकार है होता
ऊषा की बेला होते ही
अपने को भी वहीं पायेंगे
भला कैसे हो भारत उदय ?
कहाँ से होगा भारत उदय !!!

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