उमेश कुमार यादव - मंचों पर भाषण देते समय और सरकारी आदेशों में ही राजभाषा विकास की बातें बहुत अच्छी लगती है पर वास्तविक धरातल पर इनके कथन और आदेश कहाँ तक व्यवहारिक रूप से खरे उतरते हैं,सोचने की जरूरत है ?
सोमवार, 27 दिसंबर 2010
हिन्दी को राजभाषा बनाने में भारत सरकार अब तो कड़ा कदम उठाये
भारतवर्ष - हमारा प्यारा देश पर अफसोस कि यहाँ नेता और अफसर पहले तथा राष्ट्र और राष्ट्र सुरक्षा बाद में
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